सीहोर 16 दिसंबर,2019
व्यक्ति अगर अपने लक्ष्य को पाने के लिए सच्चे मन से प्रत्यन करे तो भगवान भी उसका साथ देता है। यह कहानी है नगरपालिका आष्टा में निवास करने वाले लोके विश्वकर्मा पिता गनपत लाल विश्वकर्मा की। जो दूसरों की दुकान पर कार्य कर अपनी पारिवारिक जिम्मेदारी का निर्वाहन सही व सुचारु रूप से नहीं कर पा रहे थे। परेशान लोकेश अपना खुद का व्यवसाय प्रारंभ करना चाहते थे। पर आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण व्यवसाय नहीं कर पा रहे थे। कहते हैं न कि जो ईमानदारी से काम करता है उसे उसका फल जरुर मिलता है। एक सही दिशा ने लोके विश्वकर्मा की जिंदगी बदल दी।
लोकेश विश्वकर्मा को नगरपालिका आष्टा एनयुएलएम शाखा में पदस्त सिटी मिशन मेनेजर मिस्वाह उल एजाज निजामी एवं सामुदायिक संगठक पार्वती शर्मा से संपर्क किया। नगरपालिका के माध्यम से विजिया बैंक शाखा आष्टा से 1 लाख 50 हजार रुपये का लोन स्वीकृत किया गया। जिसकी प्रथम किस्त लोकेश ने अपना खुद का व्यवसाय प्रारंभ कर दिया। प्रतिमाह 2300 रुपये बैंक किस्त जमाकरने उपरांत एवं किराया आदि चुकाने के पश्चात 5-6 हजार रुपये बचत होती है। लोकेश अपने व्यवसाय से खुश हैं।