इस्लामाबाद. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने लोकसभा में सोमवार को पारित हुए नागरिकता बिल का विरोध किया है। इमरान ने इसको लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा। मंगलवार को ट्वीट करके इमरान ने मोदी सरकार पर आरएसएस का एजेंडा लागू करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बिल भारत और पाकिस्तान के बीच हुए समझौतों का उल्लंघन करता है।
इमरान खान ने कहा, “हम भारत की लोकसभा में पारित नागरिकता विधेयक की निंदा करते हैं। यह सभी अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों और पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय समझौते का उल्लंघन है। यह एक तरह से आरएसएस के हिंदू राष्ट्र के विचार का विस्तार ही है। फासीवादी मोदी सरकार ने इस सोच को ही आगे बढ़ा रही है।”
शाह ने कहा- भारतीय मुस्लिमों का कोई लेना-देना नहीं
नागरिकता बिल पर चर्चा के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह बिल यातनाओं से मुक्ति का दस्तावेज है और भारतीय मुस्लिमों का इससे कोई लेना-देना नहीं है। यह बिल केवल 3 देशों से प्रताड़ित होकर भारत आए अल्पसंख्यकों के लिए है और इन देशों में मुस्लिम अल्पसंख्यक नहीं हैं, क्योंकि वहां का राष्ट्रीय धर्म ही इस्लाम है।
14 घंटे की बहस के बाद बिल को लोकसभा की मंजूरी
लोकसभा में सोमवार रात को नागरिकता संशोधन बिल पास हुआ। रात 12.04 बजे हुई वोटिंग में बिल के पक्ष में 311 और विपक्ष में 80 वोट पड़े। इस पर करीब 14 घंटे तक बहस हुई। विपक्षी दलों ने बिल को धर्म के आधार पर भेदभाव करने वाला बताया। विधेयक आज राज्यसभा में पेश होगा।
ओवैसी ने बिल की कॉपी फाड़ी, 11 दलों ने विरोध किया
कांग्रेस समेत 11 विपक्षी दलों ने बिल को धार्मिक आधार पर भेदभाव करने वाला बताया। एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बिल की कॉपी भी फाड़ दी। हालांकि, इसे सदन की कार्यवाही से बाहर निकाल दिया गया।