भोपाल, 13 दिसम्बर, 2019
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने भाजपा द्वारा आज प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस सरकार को किसान विरोधी बताकर व यूरिया को लेकर प्रदेश भर में सभी विकास खंडों व सोसायटीओं पर आयोजित ''खेत धरना“ पर पलटवार करते हुए कहा कि आज प्रदेश की 11 माह की कांग्रेस सरकार के खिलाफ वह लोग ''खेत धरना“ आयोजित कर रहे हैं, जिन्होंने अपनी 15 वर्ष की सरकार में खेती को घाटे का धंधा बना कर खेतों को वीरान कर दिया था, उजाड़ दिया था, बर्बाद कर दिया था। खेतों की यदि यह लोग उस समय चिंता कर लेते तो शायद आज भाजपा को यह दिन देखना नहीं पड़ते।
भाजपा आज आरोप लगा रही हैं कि यूरिया को लेकर सरकार द्वारा किसानों पर दमन किया जा रहा है जबकि सच्चाई प्रदेश के किसान भली-भांति जानते हैं कि भाजपा सरकार में किस प्रकार अपना हक मांग रहे किसानों के सीने पर गोलियां दागी गयी, उनके कपड़े उतार कर उन्हें जेलों में बंद किया गया, हजारों झूठे मुकदमे किसानो पर लाद दिए गए, उन्हें जेलों में ठूंस दिया गया, किस प्रकार यूरिया मांगने पर उनके ऊपर जमकर लाठियां बरसाई जाती थी, जिन के राज में 45 हजार से अधिक किसानों ने आत्महत्याए की, जिन के राज में खेती व किसानों के लिए बनने वाली हर योजनाओ में जमकर भ्रष्टाचार होता था ,उनकी योजनाओं के पैसे डकार लिए जाते थे, वह आज किसान हितैषी बनकर धरना दे रहे हैं, उन्हें शर्म आना चाहिए।
सलूजा ने कहा कि भाजपा को धरना जरूर देना चाहिए लेकिन अपनी केंद्र सरकार के खिलाफ जिसने रबी के सीजन को देखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा मांगे 18 लाख मिट्रीक टन यूरिया के कोटे में 2 लाख 60 हजार मिट्रीक टन की कमी कर दी, उसको लेकर भाजपा को अपनी केन्द्र सरकार के खलिाफ जरूर धरना देना चाहिए।
भाजपा जानबूझकर यूरिया के नाम पर किसानों को झूठा भड़का रही है, गुमराह व भ्रमित कर रही है, प्रदेश में अराजकता फैलाने का काम कर रही है ताकि यूरिया के नाम पर राजनीतिक फायदा लिया जा सके। यदि उसे किसानों की इतनी फिक्र व चिंता है तो कांग्रेस सरकार के खलिाफ झूठे आंदोलन की बजाय, भाजपा नेताओं को और प्रदेश के सभी 28 भाजपा सांसदों को दिल्ली में जाकर अपनी केंद्र सरकार से यूरिया का कोटा बढ़ाने की गुहार करनी चाहिए।
ससम्मान प्रकाशनार्थ (नरेन्द्र सलूजा)
श्रीमान संपादकजी मीडिया समन्वयक