मध्यप्रदेश में यूरिया की कमी नहीं, न ही आने दी जायेगी

भोपाल, 11 दिसम्बर 2019


1. आज ही अभी मुख्यमंत्री जी नेे केंद्रीय उर्वरक मंत्री श्री सदानंद गौडा जी से फोन पर चर्चा की है। उन्होंने आश्वस्त किया है कि मप्र में यूरिया की कमी नहीं आने दी जायेगी, जितनी भी प्रदेश की मांग होगी उसे पूरा किया जाएगा। उम्मीद है कि 2 लाख मैट्रिक टन यूरिया मध्यप्रदेश को अतिरिक्त मिलने की संभावना है।
2. माह अक्टूबर में यूरिया का आवंटन 4.25 लाख मैट्रिक टन था, जिसके विरूद्ध 2.़96 लाख मैट्रिक टन प्राप्त हुआ। माह अक्टूबर में 1.29 लाख मैट्रिक टन प्राप्त नहीं हुआ।
3. माह नवम्बर में यूरिया का आवंटन 4.51 लाख मैट्रिक टन था, जिसके विरूद्ध 3.84 लाख मैट्रिक टन प्राप्त हुआ। माह नवम्बर में 0.67 लाख मैट्रिक टन प्राप्त नहीं हुआ।
4. माह दिसम्बर में यूरिया का आवंटन 4.36 लाख मैट्रिक टन है, जिसके विरूद्व 1.70 लाख मैट्रिक टन प्राप्त हुआ। 0.37 लाख मैट्रिक टन ट्रांन्जिट में है, ट्रांन्जिट रैक निम्नानुसार है:-
खण्डवा, दमोह, नीमच-2, मेघनगर, रीवा, मण्डीदीप, रतलाम, बैतूल, ग्वालियर, जबलपुर-2, इंदौर, हरदा-2 (दिनांक 11.12.2019 को 15 रैक का मूवमेन्ट है)।
आज दिनांक तक माह दिसम्बर के कुल आवंटन 4.36 लाख मैट्रिक टन के विरूद्व 2.07 लाख मैट्रिक टन की उपलब्धता रहेगी। शेष 2.29 लाख मैट्रिक टन तथा 2.00 लाख मैट्रिक टन (अक्टूबर-नवम्बर माह का बैकलाॅग) दिनांक 31.12.2019 तक प्राप्त होने का आश्वासन भारत सरकार द्वारा दिया गया है।
ऽ दिनांक 10.12.2019 की स्थिति में यूरिया की उपलब्धता 9.37 लाख मैट्रिक टन है, जबकि विगत वर्ष इसी अवधि में 8.47 लाख मैट्रिक टन की उपलब्धता थी। इस वर्ष 10 प्रतिशत यूरिया की उपलब्धता अधिक है।


ऽ दिनांक 10.12.2019 की स्थिति में 7.60 लाख मैट्रिक टन का वितरण किया गया है, जबकि विगत वर्ष इसी अवधि में 7.18 लाख मैट्रिक टन का वितरण किया गया था।
ऽ 1.77 लाख मैट्रिक टन उर्वरक वर्तमान में डबल लाख केंद्र एवं निजी विक्रेताओं के यहां उपलब्धता है। इसके अतिरिक्त लगभग 50 हजार मैट्रिक टन सहकारी समितियों में यूरिया उपलब्ध है।
ऽ वर्ष 2018-19 में रबी सीजन में 1 करोड़ 16 लाख 70 हजार हेक्टेयर में बोबनी की गई थी।
ऽ वर्तमान में 9.12.2019 तक 1 करोड़ 1 लाख 56 हजार हेक्टेयर में बोबनी की जा चुकी है। अनुमान है कि 1 करोड़ 30 लाख हेक्टेयर तक इस रबी सीजन में बोबनी की जायेगी।


 


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