छिन्दवाड़ा सोमवार 16 दिसम्बर, 2019| सोयाबीन के बाद मध्यप्रदेश के छिन्दवाड़ा जिले ने मक्के के उत्पादन में प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त किया है। छिन्दवाड़ा को मक्का उत्पादन के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के प्रयास किये जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ रविवार को छिन्दवाड़ा में दो दिवसीय कॉर्न फेस्टिवल छिन्दवाड़ा 2019 के शुभारंभ अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
इस मौके पर सांसद श्री नकुल नाथ, किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री सचिन यादव, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री सुखदेव पांसे, जनजातीय कार्य विभाग मंत्री श्री ओेमकार सिंह मरकाम, पूर्व मंत्री श्री दीपक सक्सेना, छिन्दवाड़ा जिले के विधायक सर्वश्री कमलेश प्रताप शाह, सुजीत सिंह चौधरी, निलेश उईके, विजय चौरे, सोहन बाल्मिक और सुनील उईके, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री विश्वनाथ ओक्टे, म.प्र.बार एसोसियेशन के पूर्व अध्यक्ष श्री गंगा प्रसाद तिवारी, संभागायुक्त श्री रवीन्द्र कुमार मिश्रा, डी.आई.जी. श्री सुशांत सक्सेना, कलेक्टर डॉ.श्रीनिवास शर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री मनोज कुमार राय, अतिरिक्त कलेक्टर श्री राजेश शाही और एस.डी.एम श्री अतुल सिंह, अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण एवं मक्का उत्पादक किसान उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि देश की संपूर्ण अर्थव्यवस्था कृषि पर ही निर्भर करती है । कृषि क्षेत्र की मजबूती हमारे देश और प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करती है। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र की मजबूती और किसानों की क्रय शक्ति को बढ़ाने की आवश्यकता है। जब किसानों के हाथों में क्रय शक्ति होती है, तभी व्यापार एवं उद्योग धंधे भी चलते हैं।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि उनके प्रयास से वर्ष 1979 के बाद छिन्दवाड़ा जिले में सोयाबीन उत्पादन को बढ़ाने के लिये केंद्र सरकार के आयलशील्ड मिशन को लागू किया गया जिससे किसानों ने सोयाबीन क्रांति लाकर जिले को प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के सर्वश्रेष्ठ सोयाबीन उत्पादन वाले जिलों में स्थान दिलाया। कालांतर में सोयाबीन में बीमारी आदि कारणों से उत्पादन कम होने पर घाटा होने और उचित मूल्य नहीं मिलने पर उन्होंने कृषकों को सोयाबीन के स्थान पर मक्का की फसल लेने के लिये प्रेरित किया। जिले के किसानों ने मक्का की खेती के विकल्प को स्वीकार किया। वर्तमान में मक्के के उत्पादन में छिन्दवाड़ा का नाम प्रदेश ही नहीं बल्कि देश में अव्वल स्थान पर है। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि छिन्दवाड़ा जिले में औद्योगिक क्रांति के साथ ही कृषि के क्षेत्र में मक्का उत्पादन में सर्वश्रेष्ठ स्थान रखने पर उनका वर्षों पुराना सपना साकार हुआ है।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि छिन्दवाड़ा सहित प्रदेश में कृषि और उद्यानिकी के कॉलेज और विश्वविद्यालय खोले जा रहे हैं जिससे भावी पीढ़ी और नौजवान शहरों की ओर रूख नहीं कर कृषि की उन्नत तकनीकों और आधुनिक पध्दति से जुड़कर खेती के क्षेत्र में क्रांति ला सकें। मुख्यमंत्री श्री नाथ ने कहा कि पहले खेतों में धोती और पैजामा वाले गरीब किसान ही नजर आते थे, अब उनका सपना है कि जींस और टी-शर्ट वाले समृध्द किसान खेती करते हुये नजर आयें। उन्होंने कहा कि देश में मक्का की खेती का भविष्य उज्जवल है। आज से 10 वर्ष पहले कृषि के उत्पादन की चुनौती हुआ करती थी। अब किसानों की मेहनत से पैदा हुये विपुल उत्पादन को सहेज कर रखना चुनौती है। उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य मिले और ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि मुख्य आर्थिक गतिविधि बने, इसके लिये सरकार सतत प्रयत्नशील है।
सांसद श्री नकुल नाथ ने इस अवसर पर कहा कि भारत देश की धरती पर छिन्दवाड़ा में किसानों का नवीनतम त्यौहार कॉर्न फेस्टिवल के रूप में मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के प्रयासों से 15 वर्ष पूर्व किसानों को मक्का की ओर प्रोत्साहित करने के फलस्वरूप छिन्दवाड़ा को कॉर्न सिटी के नाम से पूरे विश्व में नई पहचान मिल रही है। आने वाले समय में छिन्दवाड़ा कॉर्न फेस्टिवल और अधिक भव्य होगा तथा ऊंचाईयों को छुयेगा। उन्होंने कहा कि छिन्दवाड़ा जिले के किसानो ने सोयाबीन उत्पादन में भी जिले का नाम देश भर में सबसे ऊपर रखा था। उन्होंने कहा कि छिन्दवाड़ा जिले की पहचान विकास के छिन्दवाड़ा मॉडल के रूप में है। अब छिन्दवाड़ा को शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में भी अग्रणी और कॉर्न सिटी के रूप में जाना जायेगा। सांसद श्री नकुल नाथ ने कहा कि कॉर्न फेस्टिवल में देश-विदेश के कृषि विशेषज्ञ और वैज्ञानिक आये हुये है। फेस्टिवल में प्रदेश भर से आये उन्नतशील किसान परिचर्चा कर उनसे कम लागत में विपुल उत्पादन की नवीन उन्न्त तकनीकों की जानकारी लेकर लाभ उठायेंगे।
किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री सचिन यादव ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री श्री नाथ के नेतृत्व में राज्य शासन द्वारा कृषि विकास दर को बढ़ाने के लिये अनेक कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं। किसानों को उच्चतम गुणवत्ता के खाद-बीज एवं कृषि आदान सुविधापूर्वक मिले तथा उनकी उपज का वाजिब मूल्य मिल सके, ऐसे प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने मध्यप्रदेश को जैविक खेती का प्रदेश बनाने का कार्य शुरू किया है। प्रदेश में प्रथम चरण में एक हजार गौ-शालायें बनाई जा रही हैं। आगामी वर्षों में प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर गौ-शालायें स्थापित करने के प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नाथ के मार्गदर्शन में छिन्दवाड़ा को सोयाबीन और मक्का उत्पादन में सर्वश्रेष्ठ जिला होने का खिताब मिला है।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री सुखदेव पांसे ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री श्री नाथ ने औद्योगिक क्रांति के साथ ही खेती किसानी के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने का प्रयास किया है। किसानों के हित में ईमानदारीपूर्वक किये गये इन प्रयासों से सोयाबीन और मक्का उत्पादन से किसानों को भरपूर लाभ मिला है। वास्तविक रूप से किसानों को फायदा पहुंचाकर खेती-किसानी को लाभ का धंधा बनाया जा रहा है। छिन्दवाड़ा मक्का के क्षेत्र में प्रदेश का हब बने इसके प्रयास किये जायेंगे। जनजातीय कार्य मंत्री श्री ओमकार सिंह मरकाम ने कहा कि खेती किसानी के साथ ही हर क्षेत्र में छिन्दवाड़ा जिला सहित संपूर्ण मध्यप्रदेश तरक्की की राह पर तेजी से अग्रसर हो रहा हैं। मुख्यमंत्री श्री नाथ ने कार्य भार संभालते ही सबसे पहला निर्णय किसानों की कर्ज माफी कर उन्हें राहत देने का किया है।
पूर्व मंत्री श्री दीपक सक्सेना ने कहा कि छिन्दवाड़ा जिले में सोयाबीन के बाद मक्का का उत्पादन और सब्जियों का उत्पादन भी सर्वश्रेष्ठ मात्रा में हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री नाथ के प्रयासों से किसानों को उन्नत बीज, खाद, कीटनाशक और फसल संरक्षण कार्यक्रमों की सहज उपलब्धता होने से उत्पादन में क्रांति आई हुई है। उन्होंने कहा कि मक्का और सब्जी उत्पादन की प्रचुर उपल्बधता को देखते हुये प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण इकाईयों को स्थापित करने से प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। कार्यक्रम की शुरूआत में संचालक कृषि श्री संजीव सिंह ने कॉर्न फेस्टिवल छिन्दवाड़ा के उद्देश्यों की जानकारी दी।
छिन्दवाड़ा कॉर्न फेस्टिवल 2019 के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने सांस्कृतिक मंडप में दीप प्रज्जवलित कर मेले का शुभारंभ किया। मक्का फेस्टिवल के लिये एक दिन में छिन्दवाड़ा के 4 हजार 674 शासकीय विद्यालयों के बच्चों द्वारा पौने 3 लाख मक्के के विषय पर पेंटिंग बनाकर छिन्दवाड़ा में विश्व रिकार्ड स्थापित किया है। इस अवसर पर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के साउथ एशिया प्रभारी श्री आलोक कुमार ने मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ को वर्ल्ड बुक रिकार्ड का प्रमाण पत्र सौंपा। चित्रकला प्रतियोगिता में इन पेटिंग्स में से चयनित सर्वश्रेष्ठ 12 पेटिंग से बनाये गये कैलेंडर का मुख्यमंत्री द्वारा विमोचन किया गया।
फार्म इको ऐप की लांचिंग-कॉर्न फेस्टिवल छिन्दवाड़ा 2019 में आई.आई.टी. मुंबई से पढ़े छिन्दवाड़ा जिले के छात्र प्रदीप शेंडे द्वारा निर्मित फार्म इको ऐप की मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ द्वारा लांचिंग की गई। इस फार्म इको ऐप में नि:शुल्क रूप से किसानों को शासन की योजनाओं, कृषि वैज्ञानिकों की सलाह, मार्गदर्शन, बीज, कीटनाशक, खाद्य, उपज के परिवहन, उपज को रखने के लिये वेयर हाउस, किराये पर उन्नत कृषि यंत्र की उपलब्धता, कांट्रेक्ट फार्मिंग आदि के संबंध में सहज ही उपलब्ध हो जायेंगे।