कोलकाता /नई दिल्ली मंगलवार 24 दिसम्बर 2019 . कांग्रेस नेता राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी को मंगलवार को मेरठ में जाने से उत्तर प्रदेश पुलिस ने रोक दिया। दोनों नेता नागरकिता बिल (सीएए) को लेकर हुए प्रदर्शन में मारे गए युवकों के परिजन से मिलने जा रहे थे। प्रशासनिक अधिकारियों ने राहुल से बताया कि शहर में अभी धारा-144 लागू है। लिहाजा अनुमति देना संभव नहीं है। पुलिस के समझाने पर दोनों नेता वापस लौट गए। मेरठ में शुक्रवार को हुए हिंसक प्रदर्शन में चार प्रदर्शनकारियों की मौत हुई थी।
उधर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को नागरिकता कानून (सीएए) और एनआरसी के विरोध में कोलकाता में मार्च निकाला। दिल्ली के मंडी हाउस में भी प्रदर्शन किया जा रहा है। प्रशासन ने इलाके में धारा 144 लागू कर दी है।
राज्यों में विरोध प्रदर्शन
दिल्ली: जामिया यूनिवर्सिटी के छात्र मंडी हाउस से जंतर मंतर तक मार्च निकाल रहे हैं। इसकी अगुआई स्वराज पार्टी के नेता योगेंद्र यादव कर रहे हैं। हालांकि, पुलिस ने इसके लिए इजाजत नहीं दी है। मंडी हाउस के आसपास धारा 144 लगाई गई। यहां भारी संख्या में पुलिसबल तैनात है। संसद मार्ग पर वाहनों की आवाजाही रोकी गई।
बंगाल: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मंगलवार को कोलकाता में तृणमूल समर्थकों के साथ रैली निकालीं। यह रैली स्वामी विवेकानंद के घर से गांधी भवन तक निकाली गई।
असम: सभी स्टूडेंट यूनियन के बैनर तले बुधवार को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ डिब्रूगढ़ में रैली निकाली जाएगी। यह मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल का गृह जिला है। यहां पिछले कई दिनों से व्यापक स्तर पर प्रदर्शन हो रहा है।
कांग्रेस ने धरना दिया था
इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने सोमवार को राजघाट पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, डॉ. मनमोहन सिंह, गुलाम नबी आजाद, अहमद पटेल और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ शामिल हुए। सोनिया, राहुल और मनमोहन ने संविधान की प्रस्तावना पढ़ी। वहीं, प्रियंका ने लोगों से संविधान की रक्षा का संकल्प लेने का आव्हान किया।