पुडुचेरी दिल्ली मंगलवार 24 दिसम्बर 2019 . राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सोमवार को पुडुचेरी यूनिर्वसिटी के 27वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। नागरिकता कानून के विरोध में छात्रों के एक गुट ने समारोह का बहिष्कार किया था। विश्वविद्यालय की एक मुस्लिम छात्रा रबीहा अब्दुरेहिम ने दावा किया है कि राष्ट्रपति के आने से पहले उसे ऑडिटोरियम से बाहर कर दिया गया। इसके बाद जब राष्ट्रपति चले गए तभी अंदर जाने दिया।
रबीहा ने न्यूज एजेंसी से कहा कि मुझे क्यों बाहर भेजा गया, पता नहीं। शायद अंदर मौजूद कुछ लोगों ने पुलिस से मेरे स्कार्फ को लेकर शिकायत की थी। अगर उन्हें कोई दिक्कत थी तो मुझे वहीं बताना चाहिए था। पुलिस अफसर ने सिर्फ इतना कहा कि आपसे कुछ बात करनी है और मुझे बाहर ले गए। राष्ट्रपति के ऑडिटोरियम से जाने के बाद जब छात्रों को डिग्री और मेडल बांटे गए तभी मुझे अंदर जाने की अनुमति दी गई।
गोल्ड मेडल लेने से इनकार, सीएए के विरोध को सही ठहराया
रबीहा ने एमए (मास कम्युनिकेशन) में पहला स्थान हासिल किया है और दीक्षांत समारोह में उन्हें गोल्ड मेडल दिया जाना था। हालांकि, बाद में छात्रा ने मेडल लेने से इनकार कर दिया। रबीहा ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के विरोध में छात्र देशभर में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन पुलिस उन पर बर्बरता कर रही है। उन सभी छात्रों से मेरी सहानुभूति है।
दीक्षांत समारोह में राज्यपाल और मुख्यमंत्री भी मौजूद थे
इस मामले में यूर्निवर्सिटी के अधिकारियों का कहना है कि ऑडिटोरियम के बाहर क्या हुआ, इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। अंदर समारोह बेहतर ढंग से चल रहा था। राष्ट्रपति कोविंद के अलावा समारोह में राज्यपाल किरण बेदी, मुख्यमंत्री वी नारायणसामी शामिल हुए थे।
चिदंबरम ने कहा- यह छात्रा के अधिकारों का हनन
कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने छात्रा को दीक्षांत समारोह से बाहर करने का विरोध किया। उन्होंने ट्वीट किया- यह गोल्ड मेडलिस्ट छात्रा के अधिकारों का हनन है। वह कौन अधिकारी है, उस पर जिम्मेदारी तय कर कार्रवाई की जानी चाहिए।