नेशनल लोक अदालत हेतु आठ खण्डपीठ का गठन

सीहोर 11 दिसंबर,2019


     जिला न्यायाधीश व अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री राजवर्धन गुप्ता द्वारा 14 दिसंबर को जिला मुख्यालय पर आयोजित होने वाली नेशनल लोक अदालत के लिए जिला न्यायालय स्थापना हेतु आठ खण्डपीठ का गठन कर पीठासीन अधिकारी, सदस्य अधिवक्ता नियुक्त किए गए हैं।


      खण्डपीठ क्रमांक 01 में पीठासीन अधिकारी प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय सुश्री नीना आशपुरे तथा सदस्य अधिवक्ताओं में श्रीमती शोभा महाजन एवं श्री के.के शर्मा शामिल हैं। जो कुटुम्ब न्याया सीहोर के समस्त राजीनामा योग्य प्रकरणों का निराकरण करेंगे। खण्डपीठ क्रमांक 02 में पीठासीन अधिकारी प्रथम अपर जिला न्यायाधीश कु.अनीता बाजपेयी तथा सदस्य अधिवक्ताओं में श्री एन.पी.उपाध्याय तथा श्री मुकेश सक्सेना शामिल हैं। जो स्वयं के न्यायालय के समस्त राजीनामा योग्य क्रिमीनल अपील प्रकरण, सिविल प्रकरण, विद्युत पेडिंग, प्रीलिटिगेयान प्रकरण (MACT प्रकरण को छोड़कर) प्रकरणों का निराकरण करेंगे। खण्डपीठ क्रमांक 03 में पीठासीन अधिकारी द्वितीय अपर जिला न्यायाधीश श्री विजय चंद्रा तथा सदस्य अधिवक्ताओं में सुश्री राजू अग्रवाल तथा श्री राजेन्द्र कुशवाह शामिल हैं। जो स्वयं एवं जिला न्यायाधीश न्यायालय के MACT प्रकरण राजीनामा योग्य आपराधिक अपील प्रकरण एवं सभी प्रकार के सिविल प्रकरणों का निराकरण करेंगे। खण्डपीठ क्रमांक 04 में पीठासीन अधिकारी तृतीय अपर जिला न्यायाधीश श्रीमती स्मृता सिंह तथा सदस्य अधिवक्ताओं में श्री एन.एन.दांगी एवं सुश्री सुमन सिकरवार शामिल हैं। जो स्वयं के न्यायालय के राजीनामा योग्य आपराधिक अपील प्रकरण एवं सभी प्रकार के सिविल प्रकरण तथा प्रथम अपर जिला न्यायाधीश न्यायालय के MACT प्रकरणों का निराकरण करेंगे। खण्डपीठ क्रमांक 05 में पीठासीन अधिकारी मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री जफर इकबाल तथा सदस्य अधिवक्ताओं में श्री मनोज गौर एवं श्री अनिल पाण्डेय शामिल हैं। जो स्वयं के न्यायालय के राजीनामा योग्य आपराधिक एवं सिविल प्रकरण तथा समस्त मजिस्ट्रेट न्यायालय के धारा 198 पराक्रम्य अधिनियम प्रकरणों का निराकरण करेंगे। खण्डपीठ क्रमांक. 06 में पीठासीन अधिकारी न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी रिनी खान तथा सदस्य अधिवक्ताओं में श्री विश्वास नागर एवं सुश्री राजेश्वरी मालवीय  शामिल हैं। जो स्वयं एवं कु. रिचा भटेजा न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी न्यायालय के राजीनामा योग्य आपराधिक एवं सिविल प्रकरण (धारा 138 पराक्रम्य अधिनियम के प्रकरण छोड़कर) प्रकरणों का निराकरण करेंगे। खण्डपीठ क्रमांक. 07 में पीठासीन अधिकारी न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी श्रीमती जागृति सचिन तथा सदस्य अधिवक्ताओं में श्री राजेश वर्मा एवं श्रीमती सारिका ताम्रकार शामिल हैं। जो स्वयं एवं के.शिवानी न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी न्यायालय के राजीनामा योग्य आपराधिक एवं सिविल प्रकरण (धारा 138 पराक्रम्य अधिनियम के प्रकरण छोड़कर) प्रकरणों का निराकरण करेंगे। खण्डपीठ क्रमांक.08 में पीठासीन अधिकारी न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी श्रीमती किरण तुमराची तथा सदस्य अधिवक्ताओं में श्री ओ.पी.चौरसिया एवं श्री देवेन्द्र काशिव शामिल हैं। जो स्वयं के राजीनामा योग्य आपराधिक एवं सिविल प्रकरण (धारा 138 पराक्रम्य अधिनियम के प्रकरण छोड़कर) एवं बैंक एवं फायनेंश कंपनी तथा जलकरआदि से संबंधित एवं अन्य प्रीलिटिगेशन प्रकरणों का निराकरण करेंगे।


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