सीहोर | स्थानीय कस्बा निवासी श्री फहिम का 7 माह का बालक मुस्तफा जन्मजात दिव्यांगता (क्लब फूट) से ग्रसित है। मुस्तफा का जन्म हुआ तभी से उसके पांव छोटे-बड़े एवं मुड़े हुए थे। जिला चिकित्सालय में सीरियल प्लास्टर से उपचार किया गया एवं जिला दिव्यांग एवं पुनर्वास केन्द्र द्वारा मुस्तफा के पिता को सहायक उपकरण ए.एफ.ओ. बनाकर प्रदाय किया गया। साथ ही बालक की फिजियोथेरेपी का कार्य भी किया जाने लगा। मुस्तफा के के परिजानों के द्वारा जिला विकालांग एवं पुनर्वास का अभार व्यक्त किया गया। श्री फहिम का कहना है कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि फिजियोथैरेपी के कारण उनके बच्चे में इतना सुधार आएगा। वे अपनी खुशी शब्दों में बयां न हीं न कर पा रहे हैं।
फिजियोथेरेपी से जागी आशा की किरण "खुशियों की दास्तां"