समय सीमा बैठक में कलेक्टर ने दिए निर्देश

सीहोर |  सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में समय सीमा बैठक आयोजित की गई। बैठक के दौरान आने वाले समय में होने वाले फसलों के उपार्जन के संबंध में कलेक्टर ने सभी अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे एक सप्ताह के भीतर तीन एकड़ भूमि प्रत्येक तहसील में चिन्हांकित कर कलेक्टर कार्यालय को सूचित करें। इस भूमि का उपयोग उपार्जन के लिए ओपन कैप के निर्माण के लिए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भूमि ऐसी जगह पर हो जहां अनाज के भंडारण एवं परिवाहन में किसी प्रकार की कोई समस्या न आए। 
      बैठक में कलेक्टर श्री अजय गुप्ता द्वारा संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान प्राप्त हुए प्रकरणों को शीघ्र पोर्टल पर डालें जाएं। जो प्रकरण लंबित हैं उनका भी तत्काल निराकरण करना सुनिश्चत करें। साथ ही कलेक्टर ने निर्देशित किया कि लोक सेवा गारंटी के प्रकरण समय सीमा में निराकृत करना सुनिश्चत करें। उन्होंने सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया कि सीमांकन संबंधित प्रकरण जल्द से जल्द निराकृत कर आरसीएमएस पर भी दर्ज करें।
      कलेक्टर ने समस्त अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि अपने-अपने क्षेत्र में शासकीय विभागों/ऐजेंसियों द्वारा किए जा रहे वाटर वर्कस् के निर्माण कार्यों की गुणवत्ता स्वयं जांचे ताकि ग्रीष्म ऋतु में पेयजल की समस्या उत्पन्न न हो। कलेक्टर ने सभी विकासखंडो पर खाद वितरण की जानकारी संबंधित अधिकारियों से ली। अनुविभागय अधिकारी बुदनी को निर्देशित किया कि उनके क्षेत्र में हो रहे शराब के अवैध क्रय-विक्रय को पूर्णत: प्रतिबंधित करें। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अरुण कुमार विश्वकर्मा,अपर कलेक्टर श्री विनोद कुमार चतुर्वेदी सहित समस्त विभाग प्रमुख उपस्थित थे।


Popular posts
उपभोक्ता फोरम का फैसला / रिलायंस फ्रेश पर 2.27 लाख का जुर्माना, हेयर ऑइल का प्रिंट से ज्यादा रुपए लेना और कैरीबैग का चार्ज वसूलना पड़ा भारी
गेहूं उपार्जन के कार्य को देखते हुए सहकारी बैंकों में कम्प्यूटर ऑपरेटर्स की संविदा अवधि को छह महीने बढ़ाया गया
विशेष अदालत का फैसला- एमपी नगर में 200 करोड़ की जमीन के फर्जी पट्टे बनाने वाले को उम्रकैद
आयुक्त लोक शिक्षण का आदेश; 30% से कम रिजल्ट वाले प्राचार्यों की वेतनवृद्धि रोकी, 40% से कम नतीजे वाले प्राचार्यों पर भी कार्रवाई
भोपाल: लाे फ्लाेर बसों में जेबकटी की रोज 10-12 वारदात; कैमरों से सिर्फ रिकाॅर्डिंग, मॉनीटरिंग नहीं