सीहोर। संयुक्त अतिथि शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर कलेक्टोरेट कार्यालय के सामने अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं। उनकी मांग है कि अतिथि शिक्षक पिछले 10-12 वर्षों से म.प्र.के शासकीय विद्यालयों में अल्प मानदेय के साथ अपने सेवाऐं देते आ रहे हैं। अतिथि शिक्षकों के नियमितिकरण के लिये कोई ठोस कदम नही उठाये गये हैं। जिससे इनका रोजगार सुनिश्चित हो सके। विधानसभा चुनाव 2018 के पूर्व आपके प्रयासों के द्वारा इस सौशित वर्ग का रोजगार सुनिश्चित करने के लिये कांग्रेस पार्टी ने अपने वचन पत्र में अतिथि शिक्षकों को नियमित करने का वचन दिया था। जिससे अतिथि शिक्षकों ने जमीनी स्तर पर मेहनत करके म.प्र. में कांग्रेस की सरकार बनाने में अहम भूमिका अदा की है। इसी को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की गई है कि म.प्र. में कांग्रेस की सरकार बने विगत 9 माह हो चुके हैं, परन्तु अतिथि शिक्षकों के लिये अभी तक सरकार ने कोई निर्णय नही लिया है। जबकि 12 नवम्बर 2018 को कांग्रेस कार्यालय भोपाल में आपकी उपस्थिति में समस्त 52 जिलों के अध्यक्षों की उपस्थिति में घोषणा की थी कि म.प्र.में कांगे्रस की सरकार बनती है तो निश्चित समय में शिक्षकों को गुरुजी के तर्ज पर नियमित किया जायेगा। हड़ताल पर बैठे अतिथि शिक्षकों में मुख्य रुप से गौरव राठौर, अनवर अहमद कुरेशी, मनीष शर्मा, अमित सिंह, अंजना शर्मा, ममता जयपुरिया, अनिता उपाध्याय, बलवीर सिसोदिया, लखन गौर, सुनील वर्मा, कमलेश कटारे, नवीन पाण्डे, मुकु ल, देवेन्द्र व्यास, नर्मदा प्रसाद, चन्दरसिंह परमार, गेंदालाल कैशरिया, मेहताब सिंह, संगीता बामनिया, कमोद सिंह, हेमंत दास, लोकेन्द्र आदि शामिल हैं।
संयुक्त अतिथि शिक्षक बैठे अनिश्चित कालीन हड़ताल पर