सर्द हवा से कंपकंपाया इंदौर शहर, एक ही दिन में 9 डिग्री गिरा पारा

 इंदौर सोमवार 16 दिसम्बर, 2019। सर्द हवा ने रविवार को दिन का तापमान नौ डिग्री गिरा दिया। गुनगुनी धूप की आस में सुबह घरों के दरवाजे-खिड़की खुले, लेकिन तेज रफ्तार सर्द हवा ने कंपकंपा दिया। शाम को अलाव भी जलाने पड़े। सुबह से शाम तक सूरज ने भी दर्शन नहीं दिए और धुंध जैसी छाई रही। बीते 24 घंटों में ही तापमान में छह डिग्री की गिरावट आई। रविवार को अधिकतम तापमान 18 डिग्री,जबकि न्यूनतम तापमान 11.8 डिग्री दर्ज किया गया। सुबह 10.30 बजे शहर में धुंध का असर ऐसा था कि दृश्यता 1200 मीटर रही। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक धुंध शहर की हवा में निचले स्तर पर थी। नमी के साथ हवा इसे एक से दूसरे स्थान तक ले जाती रही। इसी के चलते ठिठुरन का अहसास ज्यादा महसूस हुआ।


बीते दिनों में प्रदेश में हुई भारी बारिश के बाद बनी स्थितियां अचानक आई ठंड के लिए अकेली वजह नहीं है। मौसम वैज्ञानिक अन्य तमाम परिस्थितियों के संयोग को इसकी वजह मान रहे हैं। भोपाल स्थित मौसम केंद्र के वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने के साथ ही उत्तर भारत में छाए कोहरे और आसपास के इलाकों में हुई ओलावृष्टि ने ठंड को बढ़ा दिया है। उत्तर-पूर्व से भी ठंडी हवा प्रदेश व इंदौर की ओर आ रही है।
रात का तापमान और कम होगा


रविवार दोपहर ढाई बजे से शाम साढ़े चार बजे तक सबसे तेज 12 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से हवा चली। दिनभर में हवा की औसत गति आठ से 12 किलोमीटर प्रतिघंटा रही। शाम चार बजे कुछ देर के लिए सूरज दिखा, लिहाजा इससे ठंड से राहत नहीं मिली। मौसम विभाग के मुताबिक एक-दो दिन में दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी तो होगी, लेकिन रात के तापमान में गिरावट आएगी। 18 दिसंबर के आसपास पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है, लेकिन इससे मप्र व इंदौर पर प्रभाव के आसार नहीं हैं। विक्षोभ गुजर जाने के बाद दिन के तापमान में बढ़ोतरी की उम्मीद है।


 


Popular posts
उपभोक्ता फोरम का फैसला / रिलायंस फ्रेश पर 2.27 लाख का जुर्माना, हेयर ऑइल का प्रिंट से ज्यादा रुपए लेना और कैरीबैग का चार्ज वसूलना पड़ा भारी
गेहूं उपार्जन के कार्य को देखते हुए सहकारी बैंकों में कम्प्यूटर ऑपरेटर्स की संविदा अवधि को छह महीने बढ़ाया गया
विशेष अदालत का फैसला- एमपी नगर में 200 करोड़ की जमीन के फर्जी पट्टे बनाने वाले को उम्रकैद
आयुक्त लोक शिक्षण का आदेश; 30% से कम रिजल्ट वाले प्राचार्यों की वेतनवृद्धि रोकी, 40% से कम नतीजे वाले प्राचार्यों पर भी कार्रवाई
भोपाल: लाे फ्लाेर बसों में जेबकटी की रोज 10-12 वारदात; कैमरों से सिर्फ रिकाॅर्डिंग, मॉनीटरिंग नहीं