सीहोर | जिले के ग्राम शाहपुर कोड़िया में निवास कर रही महिला जिसका नाम उषा सूर्यवंशी है। उषा ने गांव के स्व सहायता समूह को देखकर अपने आस-पास की बहनों से सम्पर्क किया और गांव कि महिलाओं को समूह बनाने को तैयार किया। गांव की महिलाये भी समूह बनाने के लिए तैयार हुई सभी महिलाओं ने एक साथ जुड़कर लक्ष्मी स्व सहायता समूह का गठन किया।
उषा बताती हैं कि दो वर्ष पूर्व समूह द्वारा 10 हजार रुपये लोन लिया गया था। मैंने भोपाल जाकर चूड़ी, हार, मालाएं सहित अने प्रकार के सौंदर्य सामाग्री बनाने की ट्रेनिंग ली थी। समूह से जुड़ने के बाद अब मैं अपनी कला का उपयोग आजीविका के लिए कर रही हूं वहीं मैं विभाग की और से अन्य स्थानों पर समूहों में प्रशिक्षण देने जाती हूं जिससे मुझे 700 रुपये प्रति दिन प्राप्त होता है। इस तरह मुझे महीने में 6 से 10 हजार रुपये अनुमानित प्राप्त हो जाते हैं। उषा का कहना है कि शासन द्वारा चलाई जा रही इस योजना से ही आज उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आ रहा है और उनके बच्चे भी अच्छे स्कूल में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। उषा का कहना है कि हम प्रदेश सरकार के आभारी हैं जो हमें आत्म निर्भर बनाने के लिए कदम उठा रही है।
स्व सहायता समूह से जुड़कर उषा कर रही अपने सपनों को पूरा (खुशियों की दास्तां)